जिले के स्कूलों में धूमधाम से मनाया गया प्रवेश उत्सव, कलेक्टर ने छात्राओं का किया आत्मीय स्वागत
"शाला हमारी दूसरी माँ है"—कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने बच्चियों के बीच बैठकर बढ़ाया हौसला

जिले के स्कूलों में धूमधाम से मनाया गया प्रवेश उत्सव, कलेक्टर ने छात्राओं का किया आत्मीय स्वागत
“शाला हमारी दूसरी माँ है”—कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने बच्चियों के बीच बैठकर बढ़ाया हौसला
प्रवेश उत्सव में जिले भर के स्कूलों में उमड़ा उल्लास
जांजगीर-चांपा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशानुरूप जिले के समस्त शासकीय विद्यालयों में सोमवार को प्रवेश उत्सव बड़े उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने अकलतरा विकासखंड के ग्राम हरदी स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में पहुंचकर नवप्रवेशी छात्राओं का तिलक कर और मिठाई खिलाकर आत्मीय स्वागत किया। उन्होंने छात्राओं को बैग और शैक्षणिक सामग्री का वितरण भी किया।
इस गरिमामय कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ गोकुल रावटे, डीएमसी आर.के. तिवारी, जनपद सदस्य श्रीमती गंगा साहू, ग्राम सरपंच श्रीमती सरिता मिरी समेत अनेक जनप्रतिनिधि और शिक्षा विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और सरस्वती वंदना के साथ हुई।
कलेक्टर महोबे ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कहा, “बच्चों की पहली पाठशाला माँ होती है और दूसरी पाठशाला विद्यालय।” उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे, इसके लिए समाज को आगे आना होगा। उन्होंने भाषाई विविधता की महत्ता बताते हुए हिंदी, छत्तीसगढ़ी और अंग्रेजी तीनों भाषाओं के ज्ञान को समान रूप से आवश्यक बताया। उन्होंने गणित और अन्य विषयों में बच्चों की रुचि बढ़ाने की बात पर बल दिया।
पौधारोपण: ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत कलेक्टर और सीईओ ने किया वृक्षारोपण
शाला प्रवेश उत्सव के अवसर पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत कलेक्टर श्री महोबे और सीईओ श्री रावटे ने विद्यालय परिसर में पौधारोपण किया, जिसमें बच्चों को भी पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा दी गई।
न्योता भोज: बच्चों के साथ जमीन पर बैठकर भोजन किया
प्रवेश उत्सव के विशेष आकर्षण “न्योता भोज” में कलेक्टर श्री महोबे ने नवप्रवेशी छात्राओं के साथ जमीन पर बैठकर भोजन किया और पूड़ी-सब्ज़ी व मिठाई अपने हाथों से परोसी। उन्होंने बच्चों से पढ़ाई, रहन-सहन और उनकी रुचियों के बारे में आत्मीय संवाद किया। कलेक्टर ने कहा, “शिक्षा के साथ पोषण और आत्मीय माहौल भी बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी है।”
छात्राएं कलेक्टर को अपने बीच पाकर गौरवान्वित और उत्साहित दिखीं। कार्यक्रम में विद्यालय स्टाफ, अभिभावक व स्थानीयजन भी सम्मिलित हुए।