जिले में एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई, रेत माफिया की रीढ़ तोड़ी!
एसटीएफ की ताबड़तोड़ कार्रवाई में 50 से अधिक वाहन जप्त, जिलेभर में हड़कंप

जिले में एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई, रेत माफिया की रीढ़ तोड़ी!
एसटीएफ की ताबड़तोड़ कार्रवाई में 50 से अधिक वाहन जप्त, जिलेभर में हड़कंप
जांजगीर-चांपा। जिले में रेत माफिया की मनमानी पर अब प्रशासन ने सीधी चोट की है। बीती रात स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने रेत माफियाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 50 से अधिक हाईवा, जेसीबी और ट्रैक्टर जब्त किए। यह कार्रवाई पुलिस, माइनिंग विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा की गई, जिसने अवैध रेत उत्खनन और परिवहन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
बीते कई हफ्तों से जिला प्रशासन को अलग-अलग क्षेत्रों से अवैध रेत खनन की शिकायतें मिल रही थीं। इसके बाद एक विशेष टास्क फोर्स गठित कर सीधे रेत के अड्डों पर दबिश दी गई। रातभर चली इस मुहिम में कई वाहन रंगे हाथ पकड़े गए जो बिना किसी वैध अनुमति के रेत का परिवहन कर रहे थे।
रेत माफिया में मची खलबली
अचानक हुई इस सघन कार्रवाई ने रेत माफिया की कमर तोड़ दी है। जिस तरह से प्रशासन ने रणनीति बनाकर एक ही रात में 50 से ज्यादा वाहन जप्त किए, उससे यह साफ हो गया है कि अब अवैध कारोबारियों को बख्शा नहीं जाएगा। जिले में केवल पांच वैध रेत घाटों की स्वीकृति है, बावजूद इसके दर्जनों स्थानों पर अवैध उत्खनन धड़ल्ले से चल रहा था।
अब नहीं रुकेगी कार्रवाई, हर स्तर पर होगी जांच
जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि यह सिर्फ शुरुआत है। आने वाले दिनों में यह अभियान और तेज किया जाएगा। जो भी व्यक्ति या समूह अवैध रेत उत्खनन, परिवहन या भंडारण में लिप्त पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन की चेतावनी, कानून तोड़ने वालों को नहीं मिलेगी राहत
इस पूरी कार्रवाई का संदेश साफ है, अब रेत से मुनाफा कमाने के नाम पर कानून को धता बताने वालों की खैर नहीं। जिला प्रशासन, पुलिस और माइनिंग विभाग अब लगातार निगरानी में रहेंगे और किसी भी सूचना पर तत्काल एक्शन होगा।
जिले में रेत माफियाओं के खिलाफ चल रही यह मुहिम अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। यह न सिर्फ माफिया तंत्र के लिए झटका है बल्कि प्रशासन की गंभीरता और इच्छाशक्ति का प्रमाण भी। जनता को अब प्रशासन से यही उम्मीद है कि यह मुहिम सिर्फ एक दिन की न हो, बल्कि तब तक जारी रहे जब तक अवैध रेत उत्खनन पूरी तरह बंद न हो जाए।