छत्तीसगढ़राजनीतिराज्यलोकल न्यूज़

जांजगीर-चांपा विधायक ने रेल मंत्री को सौंपा ज्ञापन, स्टेशन समस्याओं के समाधान की उठाई मांग, दिया जन आंदोलन की चेतावनी

जांजगीर-नैला रेलवे स्टेशन की उपेक्षा नहीं सहेगा जनमानस! विधायक ब्यास कश्यप ने रेल मंत्री से की ठोस पहल की मांग,

जांजगीर-चांपा विधायक ने रेल मंत्री को सौंपा ज्ञापन, स्टेशन समस्याओं के समाधान की उठाई मांग, दिया जन आंदोलन की चेतावनी

जांजगीर-नैला रेलवे स्टेशन की उपेक्षा नहीं सहेगा जनमानस! विधायक ब्यास कश्यप ने रेल मंत्री से की ठोस पहल की मांग,

जांजगीर-चांपा। क्षेत्रीय जनता की वर्षों पुरानी रेल संबंधी समस्याओं को लेकर विधायक ब्यास कश्यप ने राजधानी दिल्ली प्रवास के दौरान केन्द्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव को एक महत्वपूर्ण ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने जांजगीर-नैला रेलवे स्टेशन से संबंधित विभिन्न समस्याओं के शीघ्र समाधान की मांग की।

विधायक कश्यप ने प्रमुखता से पश्चिम केबिन समपार में रेल ओव्हर ब्रिज निर्माण का विषय उठाया। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इस कार्य की बजट स्वीकृति तो दी गई है, लेकिन वास्तविक निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया है क्योंकि निर्माण राशि जारी नहीं की गई है। साथ ही रेलवे प्रशासन की ओर से भी कुछ तकनीकी अड़चनों को उन्होंने रेखांकित किया, जिन्हें दूर करना आवश्यक है।

इसी प्रकार किमी 675/17-19 पर स्थित नहरिया बाबा हनुमान मंदिर के पास प्रस्तावित 3 मीटर चौड़े फुट ओव्हर ब्रिज के निर्माण का मुद्दा भी ज्ञापन में शामिल किया गया। इस परियोजना की 4.33 करोड़ रुपये की लागत की स्वीकृति अभी तक लंबित है।

विधायक ने जनहित में अत्यावश्यक मानते हुए साउथ बिहार एक्सप्रेस, गोंडवाना एक्सप्रेस और एलटीटी मुंबई-शालिमार एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनों के जांजगीर-नैला स्टेशन में ठहराव की भी मांग की।

ज्ञापन में श्री कश्यप ने यह भी उल्लेख किया कि उपरोक्त मांगों को लेकर दिनांक 07 मई 2025 को जांजगीर-नैला रेलवे स्टेशन के सामने जनआंदोलन भी हो चुका है। इसके बावजूद यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो जनाक्रोश बढ़ने की संभावना है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी संबंधित विभागों की होगी।

विधायक ब्यास कश्यप की यह पहल न सिर्फ स्थानीय विकास की दिशा में गंभीर प्रयास है, बल्कि यह रेलवे प्रशासन और राज्य सरकार दोनों के बीच समन्वय की आवश्यकता को भी उजागर करती है। अब देखना यह होगा कि जनता की अपेक्षाओं को कब और कितना न्याय मिलता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!