पानी बचाओ, हरियाली लाओ: हेडसपुर के गोसाई पहाड़ में जल संरक्षण की नई पहल
गोसाई पहाड़ पर हरियाली की लहर!, स्टेगर्ड कंटूर ट्रेंच से जल संजीवनी और ग्रामीणों को रोजगार

पानी बचाओ, हरियाली लाओ: हेडसपुर के गोसाई पहाड़ में जल संरक्षण की नई पहल
गोसाई पहाड़ पर हरियाली की लहर!, स्टेगर्ड कंटूर ट्रेंच से जल संजीवनी और ग्रामीणों को रोजगार
बलौदा | मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप “मोर गांव, मोर पानी” अभियान को धरातल पर उतारते हुए जांजगीर-चांपा जिले में जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण को लेकर कई नवाचारी कदम उठाए जा रहे हैं। इन्हीं प्रयासों के तहत बलौदा विकासखंड की ग्राम पंचायत हेडसपुर के गोसाई पहाड़ पर स्टेगर्ड कंटूर ट्रेंच निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है।
जिला कलेक्टर जन्मेजय महोबे और जिला पंचायत सीईओ गोकुल रावटे के नेतृत्व में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के तहत यह कार्य प्राथमिकता से कराया जा रहा है। परियोजना के लिए ₹6.46 लाख से अधिक की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है, जिसके अंतर्गत कुल 2,050 कंटूर ट्रेंच का निर्माण किया जा रहा है।
क्या है कंटूर ट्रेंच?
कंटूर ट्रेंच एक वैज्ञानिक जल संरक्षण तकनीक है, जिसमें पहाड़ी या ढलानदार भूमि पर समान ऊँचाई पर खाइयाँ बनाई जाती हैं। बारिश का पानी इन खाइयों में रुकता है, जिससे भूजल स्तर में वृद्धि, मिट्टी का कटाव रोकने, और स्थानीय हरियाली बढ़ाने में मदद मिलती है। स्टेगर्ड तकनीक के तहत इन खाइयों को ज़िगज़ैग अंदाज में बनाया जाता है, जिससे पानी अधिक समय तक रुकता है और उसका अधिकतम अवशोषण संभव होता है।
इस पहल से न केवल गांव में जल संसाधनों का पुनर्जीवन हो रहा है, बल्कि स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार भी मिल रहा है। मनरेगा श्रमिकों के माध्यम से कार्य करवाया जा रहा है, जिससे आर्थिक सशक्तिकरण के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास भी सुनिश्चित हो रहा है।
“मोर गांव, मोर पानी” अभियान के अंतर्गत यह कार्य जल आत्मनिर्भरता, पर्यावरणीय संतुलन, और सतत विकास की ओर एक सशक्त कदम है। गोसाई पहाड़ पर हो रहा यह निर्माण आने वाले वर्षों में क्षेत्र के जल संकट को दूर करने में मील का पत्थर साबित होगा।