शांति जीडी प्लांट में सुरक्षा की पोल खुली! कन्वेयर बेल्ट ने ली 20 वर्षीय मजदूर की जान
काम पर गया था जिंदगी कमाने… लौटा शव बनकर! मजदूर की मौत से गुस्से में ग्रामीण

शांति जीडी प्लांट में सुरक्षा की पोल खुली! कन्वेयर बेल्ट ने ली 20 वर्षीय मजदूर की जान
काम पर गया था जिंदगी कमाने… लौटा शव बनकर! मजदूर की मौत से गुस्से में ग्रामीण
जांजगीर-चांपा। जिले के महुदा गांव में स्थित शांति जीडी बायोमास एनर्जी पावर प्लांट में शनिवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। फरसवानी गांव निवासी 20 वर्षीय युवक भुवन बरेठ की कन्वेयर बेल्ट में फंसने से मौके पर ही मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, युवक प्लांट परिसर में अपने रोजमर्रा के काम में लगा हुआ था, तभी अचानक उसका शरीर चलती हुई कन्वेयर बेल्ट में फंस गया। पूरी घटना इतनी भयावह थी कि मौके पर मौजूद मजदूरों और कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई।
घटना की जानकारी मिलते ही चांपा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालात पर काबू पाया। एडिशनल एसपी ने जानकारी दी कि मामले में मर्ग कायम कर प्राथमिक जांच शुरू कर दी गई है।
इस बीच, मृतक के परिजनों और प्लांट प्रबंधन के बीच आपसी समझौता भी हुआ, जिसके बाद पंचनामा प्रक्रिया पूरी कर शव परिजनों को सौंप दिया गया।
प्लांट में इस तरह की मौत से परिजनों और ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। ग्रामीणों की भीड़ प्लांट के बाहर जमा हो गई और उन्होंने प्लांट प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल उठाए।
लेबर डिपार्टमेंट और इंडस्ट्रियल सेफ्टी डिपार्टमेंट से रिपोर्ट मंगाई जा रही है, ताकि हादसे के पीछे की वजहों का पता चल सके और जिम्मेदारों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
यह हादसा एक बार फिर प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
क्या मजदूरों की सुरक्षा सिर्फ कागजों तक सीमित है?
क्या ऐसे लापरवाह इंतजामों के चलते भविष्य में और जानें जाएंगी?
मजदूरों की सुरक्षा और औद्योगिक जवाबदेही के बीच एक और जिंदगी की कीमत चुकानी पड़ी है… और सवाल अब यही है कि इस दर्दनाक हादसे के बाद क्या वाकई कोई ठोस बदलाव होगा?