
बिना प्रस्ताव के ₹1.58 लाख का चेक जारी, पंचों का आरोप– सचिव ने 30 हजार का दिया ‘मामला दबाने’ का ऑफर!
सरकारी राशि का आहरण, मृत व्यक्ति के नाम पर चेक जारी करने का यह बेहद गंभीर मामला
जांजगीर-चाम्पा : बलौदा विकासखंड के ग्राम पहरीया में पंचायत सचिव के कारनामों से ग्रामवासी और पंच भड़क उठे हैं। आरोप है कि सचिव कृष्ण कुमार राठौर ने ग्राम सभा के बिना प्रस्ताव पारित कराए ही ₹1,58,000 का चेक जारी कर दिया और यह रकम किसी मृत व्यक्ति के नाम पर निकालने का खेल रचा गया।
सूत्रों के अनुसार, इस घोटाले का पर्दाफाश तब हुआ जब ग्राम के पूर्व सरपंच के मोबाइल पर रकम जारी होने का संदेश आया। इस संदेश से पूरे गांव में हलचल मच गई।
पंचों से पूछताछ में सचिव की ‘गोलमोल सफाई’
पंचों ने जब सचिव से सवाल-जवाब किए तो उन्होंने सफाई दी कि कुछ वर्ष पूर्व किसी व्यक्ति ने गांव में काम कराया था और उसी का भुगतान बकाया था, इसलिए यह राशि दी गई। हालांकि, सचिव की सफाई पर पंचों को संदेह हुआ। बताया जा रहा है कि जवाब देने के दौरान सचिव हड़बड़ा गए और मामले को दबाने के लिए पंचों को ₹30,000 का लालच देने की कोशिश की।
गांव में सचिव की मनमानी से ग्रामीण परेशान
ग्राम पंचायत के पंचों का कहना है कि सचिव रोजाना कार्यालय में उपस्थित नहीं रहते। ग्रामीणों को प्रमाण पत्र, योजना संबंधी काम और अन्य शासकीय सुविधाओं के लिए बार-बार भटकना पड़ता है। सचिव की मनमानी से ग्रामवासी त्रस्त हैं।
प्रशासनिक कार्रवाई का इंतजार
गांव में बिना प्रस्ताव पास किए सरकारी राशि का आहरण और मृत व्यक्ति के नाम पर चेक जारी करने का यह मामला बेहद गंभीर है। अब सवाल यह है कि जिला प्रशासन और पंचायत विभाग के उच्च अधिकारी कब इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करेंगे और दोषियों पर क्या कार्रवाई होगी?
गांव के लोग और पंच यह मांग कर रहे हैं कि सचिव की भूमिका की गहन जांच हो और सरकारी धन की हेराफेरी पर सख्त कार्रवाई की जाए। यह मामला एक बार फिर ग्राम पंचायतों में चल रही वित्तीय अनियमितताओं पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।




