गृहमंत्री के जिले में कलेक्टर असुरक्षित! आधी रात बंगले का घेराव
एसपी को पत्र लिखकर मांगी सुरक्षा, पुलिसिंग पर उठे सवाल

गृहमंत्री के जिले में कलेक्टर असुरक्षित! आधी रात बंगले का घेराव,
एसपी को पत्र लिखकर मांगी सुरक्षा, पुलिसिंग पर उठे सवाल
कवर्धा। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री के ही जिले में प्रशासनिक तालमेल की कलई खुल गई है। कवर्धा कलेक्टर गोपाल वर्मा ने खुद को असुरक्षित बताते हुए पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है। यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होते ही सनसनी मच गई है। कलेक्टर ने सीधे तौर पर पुलिसिंग पर सवाल खड़े करते हुए लिखा कि रात में पुलिस गश्त के बावजूद लोग उनके बंगले तक कैसे पहुंच गए? यह पुलिस की गंभीर लापरवाही का संकेत है।

कलेक्टर का चिट्ठी बम – “पुलिसिंग पर सवाल, सुरक्षा में भारी चूक”
पत्र क्रमांक 6996/सा.लि./2024, दिनांक 18 अगस्त 2025 में कलेक्टर ने साफ लिखा है कि 15 और 19 अगस्त की रात करीब डेढ़ बजे 20-25 लोगों का समूह उनके बंगले के बाहर धरना देने पहुंच गया। इससे पहले भी 19 मई को इसी तरह का जमावड़ा उनके बंगले तक पहुंचा था। कलेक्टर ने लिखा कि इतने सख्त सुरक्षा घेरे के बावजूद आधी रात को लोग शहर में घूमते हुए कलेक्टर बंगले तक आ जाते हैं और धरना देते हैं, यह गहरी सुरक्षा खामी को दर्शाता है।
बंदरों की मौत से उपजा विवाद, सिस्टम हुआ नंगा
15 अगस्त को बारिश और बिजली गिरने से तीन बंदरों की मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल बंदरों को वेटनरी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टर नहीं मिला, फोन तक बंद मिला। तहसीलदार, एसडीएम से भी संपर्क नहीं हो सका। नाराज ग्रामीण घायल बंदर को लेकर कलेक्टर बंगले पर पहुंच गए और देर रात तक धरना दिया। इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग, स्थानीय प्रशासन और पुलिस – तीनों की लापरवाही को बेनकाब कर दिया।
गृहमंत्री के जिले में ही ‘प्रशासन की पोल’
यह मामला इसलिए ज्यादा चर्चा में है क्योंकि यह छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री का गृह जिला है। सवाल यह है कि जब जिले के शीर्ष अधिकारी की सुरक्षा ही भगवान भरोसे है, तो आम जनता की सुरक्षा का क्या हाल होगा?
विपक्ष इसे सरकार की ‘कानून-व्यवस्था फेल’ होने का सबूत बता रहा है।
भविष्य में धरना न हो, सुरक्षा बढ़ाने का आदेश
पत्र में कलेक्टर ने साफ लिखा है कि भविष्य में इस तरह का धरना न हो, इसके लिए सख्त गश्त और सुरक्षा इंतजाम किए जाएं। साथ ही रात में समूह में घूमने वाले लोगों पर भी कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।




