“कुकदा की फसलें प्यास से तड़प रहीं, नहर में पानी न पहुंचा तो होगा चक्काजाम”
गांव तक नहर का पानी नहीं, खेतों में दरारें, किसानों की अंतिम चेतावनी, विभाग पर लापरवाही का आरोप

“कुकदा की फसलें प्यास से तड़प रहीं, नहर में पानी न पहुंचा तो होगा चक्काजाम”
गांव तक नहर का पानी नहीं, खेतों में दरारें, किसानों की अंतिम चेतावनी, विभाग पर लापरवाही का आरोप
जांजगीर-चांपा/शिवरीनारायण। ग्राम पंचायत कुकदा के किसानों ने फसलों की सिंचाई के लिए नहर में पानी की तत्काल व्यवस्था करने की मांग करते हुए प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है। चेतावनी दी गई है कि अगर जल्द ही पानी की आपूर्ति नहीं की गई, तो ग्रामीण मजबूर होकर चक्काजाम करेंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी विभागीय अधिकारियों की होगी।
किसानों का कहना है कि इस साल प्राकृतिक वर्षा संतोषजनक नहीं हुई, जिससे खेतों में पानी की भारी कमी हो गई है। स्थिति यह है कि खेतों में दरारें पड़ चुकी हैं और धान की फसल सूखने के कगार पर है। मुड़पार माइनर से गांव तक पानी नहीं पहुंचने की वजह से संकट और गहरा गया है।
ग्रामवासियों ने बताया कि गर्मी के दिनों में भी गांव के तालाब भरने के लिए पानी नहीं मिल पाता, जिससे सिंचाई और पेयजल दोनों में परेशानी आती है। ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ दिन पहले इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को लिखित में अवगत कराया गया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
गांव के सरपंच ने कलेक्टर को दिए ज्ञापन में मांग की है कि मुड़पार शाखा नहर से कुकदा तक तुरंत पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जाए, ताकि फसलें बच सकें। किसानों का कहना है कि अगर प्रशासन ने अब भी ध्यान नहीं दिया, तो चक्काजाम आंदोलन किया जाएगा।




