हरि लीला ट्रस्ट की शैक्षणिक मुहिम का बड़ा पड़ाव : 5 अक्टूबर को होगा सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का फाइनल राउंड
12,500 विद्यार्थियों की प्रतिभा परीक्षा से चुने गए 318 प्रतिभागी, नैला में होगा ज्ञान का महासंग्राम

हरि लीला ट्रस्ट की शैक्षणिक मुहिम का बड़ा पड़ाव : 5 अक्टूबर को होगा सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का फाइनल राउंड
12,500 विद्यार्थियों की प्रतिभा परीक्षा से चुने गए 318 प्रतिभागी, नैला में होगा ज्ञान का महासंग्राम
जांजगीर-चांपा। हरि लीला ट्रस्ट, बनारी (जांजगीर-नैला) के तत्वावधान में संचालित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता – 2025 अपने निर्णायक पड़ाव पर पहुंच चुकी है। प्रतियोगिता का प्रथम चरण 16 सितम्बर को संपन्न हुआ था, जिसमें विधानसभा क्षेत्र के लगभग 12,500 छात्र-छात्राओं ने भागीदारी की। जिले के 106 विद्यालयों के हजारों विद्यार्थियों ने इस परीक्षा में उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।
प्रथम चरण से प्रत्येक विद्यालय के प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले कुल 318 प्रतिभागियों का चयन फाइनल राउंड के लिए किया गया है। यह फाइनल राउंड आगामी 5 अक्टूबर 2025, रविवार को प्रातः 10:30 बजे सरस्वती शिशु मंदिर, नैला (जांजगीर) में आयोजित होगा।
आकर्षक पुरस्कारों की घोषणा
प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रोत्साहन स्वरूप आकर्षक पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे—
प्रथम पुरस्कार : ₹21,000
द्वितीय पुरस्कार : ₹11,000
तृतीय पुरस्कार : ₹5,100
सात सांत्वना पुरस्कार : ₹2,100 प्रत्येक
इसके अलावा विजेताओं को मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे। विद्यालय स्तर पर चयनित प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को भी मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा, जबकि प्रथम चरण में शामिल हुए सभी छात्रों को प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा।
समाजहित और छात्रहित के लिए सतत प्रयास – अमर सुल्तानिया
हरि लीला ट्रस्ट के सचिव अमर सुल्तानिया ने बताया कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में सामान्य ज्ञान के साथ प्रतिस्पर्धा की भावना और आत्मविश्वास को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा—
“हरि लीला ट्रस्ट सदैव समाजहित, छात्रहित और युवाओं के हित में नि:शुल्क आयोजन करता आया है और आगे भी करता रहेगा। यह प्रतियोगिता विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य निर्माण में मील का पत्थर साबित होगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि ट्रस्ट की पूरी टीम इस आयोजन को सफल बनाने में जुटी हुई है तथा विद्यालय प्रबंधन, गुरुजनों और अभिभावकों का सहयोग इसे और भी सार्थक बनाएगा।




