भाभा के वैज्ञानिक राहुल कैवर्त ने छात्राओं को प्रेरित किया, कहा-भाषा नहीं, लगन बनाती है वैज्ञानिक
कन्या शाला में दिया सफलता का मंत्र, बताया इसरो-डीआरडीओ और बार्क में वैज्ञानिक बनने का रास्ता

भाभा के वैज्ञानिक राहुल कैवर्त ने छात्राओं को प्रेरित किया, कहा-भाषा नहीं, लगन बनाती है वैज्ञानिक
कन्या शाला में दिया सफलता का मंत्र, बताया इसरो-डीआरडीओ और बार्क में वैज्ञानिक बनने का रास्ता
सक्ती। स्थानीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं के लिए सोमवार का दिन यादगार बन गया, जब भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बार्क), मुंबई के वैज्ञानिक श्री राहुल कैवर्त ने विद्यालय पहुंचकर छात्राओं को विज्ञान की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।

कार्यक्रम के दौरान श्री कैवर्त ने छात्राओं को बताया कि भारत के प्रतिष्ठित अनुसंधान संस्थान, भाभा अनुसंधान केंद्र, इसरो और डीआरडीओ, देश सेवा के उत्कृष्ट अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने जानकारी दी कि इन संस्थानों में प्रत्येक वर्ष दिसंबर-जनवरी के बीच वैज्ञानिक पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया आयोजित होती है।
उन्होंने कहा कि रसायन विज्ञान, भौतिकी, लाइफ साइंस, भूविज्ञान, फूड टेक्नोलॉजी, कृषि, जूलॉजी, बॉटनी, बायोटेक्नोलॉजी, जेनेटिक्स, बायोमेडिकल साइंस, माइक्रोबायोलॉजी, प्लांट साइंस में स्नातकोत्तर तथा सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटर साइंस, मेटालर्जिकल, इंस्ट्रूमेंटेशन, केमिकल व बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग में बीटेक डिग्रीधारी युवा इन संस्थानों में वैज्ञानिक के रूप में देश सेवा कर सकते हैं।

उन्होंने अपने जीवन की प्रेरक कहानी साझा करते हुए बताया कि वे स्वयं सरस्वती शिशु मंदिर, सक्ती से हिंदी माध्यम में कक्षा पहली से बारहवीं तक पढ़े हैं। आगे चलकर उन्होंने एनआईटी कालीकट से बीटेक में गोल्ड मेडल प्राप्त किया और आईआईटी मद्रास में पीएचडी की। इसी दौरान हरिश्चंद्र रिसर्च इंस्टीट्यूट, इलाहाबाद में थ्योरिटिकल रिसर्च किया और वर्ष 2016 में बार्क में वैज्ञानिक पद पर चयनित हुए।
श्री कैवर्त ने बताया कि भाभा अनुसंधान केंद्र में न्यूक्लियर पावर, चिकित्सा और कृषि क्षेत्र में अनुसंधान कार्य किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा- “सफलता के लिए भाषा कोई बाधा नहीं है, इच्छाशक्ति और परिश्रम ही सबसे बड़ी पूंजी है।” उन्होंने बताया कि उन्होंने स्वयं हिंदी माध्यम से साक्षात्कार दिया था। अंग्रेजी सुधारने में उन्हें संस्था के व्याख्याता श्री एन.एल. देवांगन का विशेष मार्गदर्शन मिला।

कार्यक्रम का संचालन एन.एल. देवांगन ने किया। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक पद राजपत्रित प्रथम श्रेणी का पद है, जिसकी नियुक्ति भारत के महामहिम राष्ट्रपति के हस्ताक्षर से राजपत्र में जारी की जाती है। संगीत शिक्षक एन.एस. उद्दे के निर्देशन में कु. रेणुका मिंज एवं साथियों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। विद्यार्थी परिषद की अध्यक्ष कु. श्वेता पटेल ने पुष्पगुच्छ भेंट कर वैज्ञानिक का सम्मान किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था की प्राचार्य श्रीमती एस. लकड़ा ने की। इस अवसर पर पूर्व माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विभाग के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।




