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हत्या के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, लकड़ी के फट्टे से सिर पर किया था प्राणघातक वार

थाना सारागांव पुलिस की त्वरित कार्यवाही से आरोपी पहुंचा सलाखों के पीछे

हत्या के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, लकड़ी के फट्टे से सिर पर किया था प्राणघातक वार

थाना सारागांव पुलिस की त्वरित कार्यवाही से आरोपी पहुंचा सलाखों के पीछे

जांजगीर-चांपा। ग्राम कमरीद थाना सारागांव में हुए हत्या के एक गंभीर मामले में पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपी रमेश कुमार सूर्यवंशी (36 वर्ष) को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेज दिया है। आरोपी ने मामूली विवाद को लेकर मृतक मनहरण धीरही (48 वर्ष) के सिर पर लकड़ी के फट्टे से जानलेवा हमला किया था, जिससे गंभीर रूप से घायल हुए मनहरण धीरही की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।

घटना का पूरा विवरण:

दिनांक 22 मई 2025 की शाम आरोपी रमेश सूर्यवंशी अपने घर के सामने केसियो बाजा बजा रहा था। इसी दौरान मृतक के छोटे भाई के बच्चे उसके बाजा को छूने लगे, जिससे नाराज होकर रमेश ने बच्चों को डांटा और थप्पड़ मारकर भगा दिया। बच्चे रोते हुए घर पहुंचे और परिजनों को इसकी जानकारी दी।

इस बात की शिकायत लेकर मृतक मनहरण धीरही आरोपी के पास पहुंचा और उसे समझाने की कोशिश की। बात वहीं खत्म हो गई लग रही थी, लेकिन कुछ देर बाद करीब 6:30 बजे आरोपी रमेश कुमार ने लकड़ी का फट्टा लेकर अचानक पीछे से मनहरण धीरही पर सिर में प्राणघातक हमला कर दिया। गंभीर चोट लगने के कारण वह मौके पर ही गिर पड़ा। आरोपी ने इसके बाद भी क्रूरता दिखाते हुए उसे लातों से पीटा और वहां से फरार हो गया।

गंभीर हालत में घायल मनहरण को परिजनों ने तत्काल चाम्पा के बीडीएम अस्पताल पहुंचाया, जहां से डॉक्टरों ने उसे बिलासपुर रेफर किया। बिलासपुर के वंदना अस्पताल में इलाज के दौरान 24 मई की सुबह करीब 4:00 बजे उसकी मौत हो गई।

पुलिस की त्वरित कार्यवाही:

घटना की सूचना मिलते ही थाना सारागांव में धारा 103(1) BNS के तहत मामला दर्ज कर तत्काल विवेचना शुरू की गई।
पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय (IPS) के निर्देश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप एवं DSP श्रीमती ठाकुर के मार्गदर्शन में थाना सारागांव की टीम ने घेराबंदी कर आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपराध स्वीकार कर लिया, जिसके बाद 24 मई को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।

थाना प्रभारी सावन सारथी की रही विशेष भूमिका:

पूरे प्रकरण में थाना प्रभारी निरीक्षक सावन सारथी ने सतर्कता और तत्परता से कार्य करते हुए इस जघन्य अपराध के आरोपी को जल्द ही गिरफ़्तार कर कानून की गिरफ्त में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इस नृशंस हत्या की घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि आपराधिक प्रवृत्ति पर समय रहते कठोर कार्यवाही जरूरी है। सारागांव पुलिस की तत्परता और सूझबूझ से एक बड़ी घटना का त्वरित समाधान हुआ, जिससे आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास और भी मजबूत हुआ है।

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