
पाकिस्तान से सटे राज्यों में अब 31 मई की शाम को मॉक ड्रिल होगी. गुजरात, पंजाब, राजस्थान, जम्मू कश्मीर में मॉक ड्रिल के जरिए लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी जाएगी. नागरिकों को युद्ध की परिस्थितियों से निपटने के लिए अवगत कराया जाएगा. वहीं, सरकार की तरफ से जारी आदेश में ये भी कहा गया है कि पाकिस्तान बॉर्डर से सटे जिलो में यह मॉक ड्रिल होगी और हम महीने होगी.
दरअसल, इन राज्यों ये मॉक ड्रिल कल यानी आज होने वाली थी लेकिन इसे फिर स्थगित कर दिया. कहा गया कि इसकी तारीख बाद में घोषित की जाएगी. वहीं, आज ये खबर आई कि पाक से सटे चार राज्यों में ये मॉक ड्रिल 31 मई की शाम को होगी. पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने से पहले मोदी सरकार ने देश के लोगों को सतर्क और जागरूक करने के लिए देश में पहली बार मॉक ड्रिल कराई थी.
क्या है मॉक ड्रिल का मकसद?
मॉक ड्रिल के प्राथमिक उद्देश्यों में कंट्रोल रूम और हवाई हमले की वार्निंग सिस्टम की क्षमता का परीक्षण करना शामिल है. इसमें नागरिक सुरक्षा सेवाओं जैसे कि वार्डन सेवाएं, अग्निशमन, बचाव अभियान, डिपो प्रबंधन और निकासी योजनाओं की तैयारी की प्रभावशीलता का भी आकलन किया जाना है.
ब्लैकआउट क्या होता है?
ब्लैकआउट को दुश्मन के हमलो या निगरानी से महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और नागरिक क्षेत्रों को छिपाने के लिए किया जाता है. इस दौरान सभी स्ट्रीट लाइट, घरेलू लाइट, गाड़ियों की हेडलाइट और सार्वजनिक लाइटिंग बंद कर दी जाती है या ढक दी जाती है. ताकि शहर आसमान से अंधेरा दिखाई दे. लाइट को बाहर निकलने से रोकने के लिए खिड़कियों पर काले कागज, पर्दे या ढाल का उपयोग किया जाता है.