जन सहयोग से अपराध नियंत्रण और सड़क सुरक्षा में आगे बढ़ रही जांजगीर-चांपा पुलिस
“सजग नागरिक-सख्त प्रहरी” और “राहवीर योजना” से जन-जागरण की दोहरी मुहिम, पुलिस और जनता एक मंच पर

जन सहयोग से अपराध नियंत्रण और सड़क सुरक्षा में आगे बढ़ रही जांजगीर-चांपा पुलिस
“सजग नागरिक-सख्त प्रहरी” और “राहवीर योजना” से जन-जागरण की दोहरी मुहिम, पुलिस और जनता एक मंच पर
जांजगीर-चाम्पा | जिले में अपराध नियंत्रण और सड़क सुरक्षा को लेकर जांजगीर-चांपा पुलिस द्वारा दोहरी दिशा में सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय (IPS) के नेतृत्व में चलाए जा रहे “सजग नागरिक-सख्त प्रहरी” अभियान के तहत अपराध नियंत्रण को लेकर चौपालों के जरिए जनसंवाद हो रहा है, वहीं “राहवीर योजना” के तहत दुर्घटनाओं में पीड़ितों की तत्काल मदद हेतु आम नागरिकों को प्रेरित किया जा रहा है।
इसी कड़ी में थाना जांजगीर क्षेत्र के कृष्णा बिहार कॉलोनी में थाना प्रभारी प्रवीण कुमार द्विवेदी द्वारा चौपाल लगाकर लोगों से संवाद किया गया। चौपाल में उपस्थित नागरिकों से उन्होंने सीधा संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और मौके पर ही कई मुद्दों का समाधान किया। उन्होंने लोगों से अपील की कि अपने मोहल्ले में संदिग्ध या अवैध गतिविधियों की जानकारी तत्काल पुलिस को दें। साथ ही बताया कि अपराध पर नियंत्रण तभी संभव है जब आम लोग सजग प्रहरी की भूमिका निभाएं।
पुलिस की अपील में प्रमुख बिंदु रहे:
रात में सोने से पहले दरवाजे, लाइट, थाने का नंबर आदि की जांच।
यात्रा से पूर्व पड़ोसी व थाने को सूचित करें।
फेरी वालों और किरायेदारों की सूचना पुलिस को दें।
CCTV लगवाएं, मोहल्ला समिति बनाएं।
हर नागरिक में है “पुलिस पॉवर” – अपराध होते देखकर हस्तक्षेप करना अधिकार भी है और दायित्व भी।
वहीं दूसरी ओर जिले में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और पीड़ितों की सहायता के लिए “राहवीर योजना” को लेकर विशेष जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात उदयन बेहार के मार्गदर्शन में जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में जनसंवाद आयोजित किए जा रहे हैं।
आज ग्राम पीथमपुर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री कश्यप ने नागरिकों को बताया कि “राहवीर योजना” के तहत यदि कोई नागरिक घायल को अस्पताल पहुंचाता है तो उसे 25 हजार रुपये तक की प्रोत्साहन राशि एवं प्रशंसा पत्र दिया जाएगा। योजना के तहत उसे किसी कानूनी प्रक्रिया से गुजरना नहीं होगा।
राहवीर योजना के प्रमुख बिंदु:
दुर्घटना के स्वर्णिम घंटे (गोल्डन ऑवर) में मदद करने पर इनाम।
गंभीर दुर्घटना की स्थिति में अधिकतम सहायता राशि ₹25,000 प्रति पीड़ित।
एक से अधिक लोगों के मदद करने पर पुरस्कार राशि का वितरण।
योग्य राहवीरों को राष्ट्रीय स्तर पर ₹1 लाख का सम्मान।
“हिट एंड रन” पीड़ितों के लिए भी ₹50,000 से ₹2 लाख तक का मुआवजा।
जिलेभर से लगभग 1500 नागरिक इन कार्यक्रमों में शामिल होकर जागरूकता की मिसाल बने हैं। चौपाल हो या सड़क सुरक्षा, जांजगीर-चांपा पुलिस की ये पहलें साबित कर रही हैं कि जब पुलिस और पब्लिक साथ चलें, तो अपराध और दुर्घटनाएं दूर हो सकती हैं।