कोटमीसोनार में करोड़ों की वित्तीय हेराफेरी उजागर!
पूर्व सचिव गिरफ्तार, धार्मिक भावना भड़काने का भी आरोप

कोटमीसोनार में करोड़ों की वित्तीय हेराफेरी उजागर!
पूर्व सचिव गिरफ्तार, धार्मिक भावना भड़काने का भी आरोप
जांजगीर-चांपा। कोटमीसोनार ग्राम पंचायत में 15वें वित्त आयोग के तहत प्राप्त राशि का गबन कर पंचायत को आर्थिक क्षति पहुंचाने वाले तत्कालीन सचिव ईलाही मोहम्मद कुरैशी को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है। आरोपी पर न सिर्फ भारी वित्तीय अनियमितता के आरोप हैं, बल्कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने का भी मामला दर्ज किया गया है।
ग्राम पंचायत की राशि में 25 लाख से अधिक का घोटाला
आरोपी ईलाही मोहम्मद कुरैशी, उम्र 51 वर्ष, निवासी बलौदा, जो कि ग्राम पंचायत कोटमीसोनार में सचिव के पद पर पदस्थ थे, ने वर्ष 2022-23 एवं 2023-24 में शासन से प्राप्त 15वें वित्त आयोग की राशि ₹25,13,528 का दुरुपयोग और गबन किया। प्राथमिक जांच में मामला सामने आने के बाद पुलिस ने अपराध दर्ज कर आरोपी पर धारा 420, 409, 34 भादवि के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया।
धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का मामला भी दर्ज
उक्त घोटाले के अतिरिक्त, आरोपी द्वारा एक वाट्सएप ग्रुप में धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने वाला लेख साझा किए जाने का भी आरोप है, जिस पर धारा 299 बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) के अंतर्गत थाना अकलतरा में अलग से प्रकरण दर्ज किया गया है।
पूछताछ में किया अपराध स्वीकार, भेजा गया रिमांड पर
पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय (IPS) एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप के दिशा-निर्देशन में मामले की गहन विवेचना की जा रही थी। इसी कड़ी में आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई, जिसमें उसने दोनों ही अपराधों को स्वीकार कर लिया। इसके बाद दिनांक 10 जून 2025 को उसे न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
जांच में थाना अकलतरा का अहम योगदान
उक्त कार्रवाई में निरीक्षक मणीकांत पाण्डेय (थाना प्रभारी, अकलतरा) एवं उप निरीक्षक के. के. साहू की सक्रिय भूमिका रही। पुलिस का कहना है कि प्रकरण की विवेचना अभी भी जारी है, और आगे और भी तथ्य सामने आ सकते हैं।
यह मामला न सिर्फ पंचायत प्रणाली की कार्यशैली पर सवाल उठाता है, बल्कि प्रशासन की तत्परता से एक बार फिर यह साबित हुआ है कि भ्रष्टाचार एवं सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर अब कोई रियायत नहीं दी जाएगी।