
शोक समाचार
बसंत यादव नहीं रहे – एक सरल, शांत और मिलनसार व्यक्तित्व को जांजगीर ने खो दिया
जांजगीर। चंदनिया पारा निवासी बसंत यादव का आज दिनांक 12 जून 2025 को निधन हो गया। वे पिछले कुछ समय से लकवा (पैरालिसिस) से पीड़ित थे। उनका जन्म स्थान भी न्यू चंदनिया पारा, जांजगीर ही था, जबकि उनके पूर्वज मूलतः कोसमंदा ग्राम से संबंधित थे।
स्व. बसंत यादव के पिता का नाम स्व. बालाराम यादव था। वे अपने शांत, सहज, सरल और अत्यंत मिलनसार स्वभाव के लिए क्षेत्र में विशेष रूप से जाने जाते थे। उनका जीवन सादगी, आत्मीयता और सेवा के भाव से परिपूर्ण रहा।
उनकी धर्मपत्नी गीता यादव हैं। उनका एक पुत्र था, जिनका केवल 20 वर्ष की आयु में ही आकस्मिक निधन हो गया था। अब उनके जीवन का आधार थीं उनकी तीन बेटियाँ, जिन्हें वे पुत्रवत स्नेह देते रहे:
बड़ी पुत्री – छाया यादव, पति डॉ. रामखिलावन यादव
दूसरी पुत्री – छबीला यादव, पति टेकराम
तीसरी पुत्री – सुभद्रा यादव, पति तिजराम यादव
बसंत यादव जी अपने पूरे जीवन में संघर्ष और संस्कारों का प्रतीक बने रहे। उनके जाने से परिवार, समाज और क्षेत्र में गहरा शोक व्याप्त है।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
शत-शत नमन।