शैक्षणिक गुणवत्ता से समझौता नहीं! जैजैपुर विधायक ने विधानसभा में उठाया ओपन बोर्ड परीक्षा केंद्र को स्थानांतरित करने का मुद्दा
विद्यालय में न परीक्षा का दबाव, न शिक्षा में रुकावट चाहिए – विधायक साहू ने ओपन बोर्ड परीक्षा केंद्र स्थानांतरण की मांग को सदन में दी गंभीरता

शैक्षणिक गुणवत्ता से समझौता नहीं! जैजैपुर विधायक ने विधानसभा में उठाया ओपन बोर्ड परीक्षा केंद्र को स्थानांतरित करने का मुद्दा
विद्यालय में न परीक्षा का दबाव, न शिक्षा में रुकावट चाहिए – विधायक साहू ने ओपन बोर्ड परीक्षा केंद्र स्थानांतरण की मांग को सदन में दी गंभीरता
जैजैपुर विधायक ने उठाई ओपन बोर्ड परीक्षा केंद्र स्थानांतरण की मांग
रायपुर/सक्ती। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में जैजैपुर विधायक बालेश्वर साहू ने नियम 138(1) के तहत ध्यानाकर्षण सूचना के माध्यम से शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सक्ती में संचालित ओपन बोर्ड परीक्षा केंद्र को अन्य विद्यालय में स्थानांतरित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उक्त संस्था को न केवल माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा हाई स्कूल और हायर सेकंडरी परीक्षा के संचालन के लिए समन्वय संस्था बनाया गया है, बल्कि यह मूल्यांकन केंद्र भी है, जहां पूरे जिले की उत्तर पुस्तिकाओं का समय से पहले सफल मूल्यांकन किया जाता रहा है।
विधायक साहू ने सदन में जानकारी दी कि विगत दो सत्रों से यहां न केवल बोर्ड परीक्षाएं संचालित हो रही हैं, बल्कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाएं जैसे व्यापमं और पीएससी भी व्यवस्थित रूप से संपन्न कराई गई हैं। इसके बावजूद इसी संस्था को ओपन बोर्ड परीक्षा का भी अग्रेषण केंद्र और परीक्षा केंद्र बनाया गया है, जिससे यहां की कक्षाएं प्रभावित हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि ओपन बोर्ड परीक्षाएं वर्ष में तीन बार — अगस्त-सितंबर, नवंबर और मार्च-अप्रैल में होती हैं, और इन सभी सत्रों में संस्था के नियमित शिक्षण कार्य प्रभावित होते हैं। अगस्त-सितंबर में परीक्षा संचालन के चलते विद्यालयीन कक्षाएं बाधित हो रही हैं, वहीं मार्च-अप्रैल में मूल्यांकन केंद्र के 100 मीटर के दायरे में बाहरी व्यक्ति प्रतिबंधित रहते हैं, जबकि उसी समय ओपन बोर्ड परीक्षा भी संचालित की जाती है, जो स्पष्ट रूप से नियमों और गुणवत्ता के साथ समझौता है।
विधायक ने बताया कि सक्ती क्षेत्र में कई अन्य हाई स्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल उपलब्ध हैं, जिन्हें ओपन बोर्ड परीक्षा केंद्र के रूप में चयनित किया जा सकता है। माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष, सचिव तथा जिला शिक्षा अधिकारी को इस असुविधा की जानकारी होने के बावजूद संस्था पर ही यह भार डाला जा रहा है, जिससे ना केवल बच्चों की शिक्षा बाधित हो रही है बल्कि RTE के अंतर्गत निर्धारित 220 कार्यदिवसों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण देना भी कठिन हो गया है।
विधायक साहू ने स्कूल शिक्षा मंत्री से अनुरोध किया कि इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए शासकीय कन्या उ.मा.वि. सक्ती से ओपन बोर्ड परीक्षा केंद्र को अन्य संस्था में स्थानांतरित करने की दिशा में शीघ्र निर्णय लिया जाए।
अब देखना यह है कि शासन-प्रशासन इस संवेदनशील मुद्दे पर क्या निर्णय लेता है और क्या शिक्षा की गुणवत्ता को प्राथमिकता मिलती है।