“जमीन के लिए खून-खराबा: पारिवारिक रंजिश में महिला पर टांगी से हमला, सिम्स में भर्ती”
भैंसदा गांव में जमीन लेनदेन को लेकर रंजिश बनी जानलेवा, आरोपी हिरेंद्र सूर्यवंशी फरार, गांव में फैला तनाव

“जमीन के लिए खून-खराबा: पारिवारिक रंजिश में महिला पर टांगी से हमला, सिम्स में भर्ती”
भैंसदा गांव में जमीन लेनदेन को लेकर रंजिश बनी जानलेवा, आरोपी हिरेंद्र सूर्यवंशी फरार, गांव में फैला तनाव
नवागढ़। छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले के नवागढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भैंसदा में जमीन विवाद ने खूनी रूप ले लिया। पारिवारिक रंजिश के चलते एक महिला पर घर में घुसकर टांगी से जानलेवा हमला किया गया। महिला गंभीर रूप से घायल है और उसका इलाज सिम्स बिलासपुर में जारी है। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है, जिससे पुलिस जांच को बड़ी मदद मिली है।
घटना मंगलवार देर रात की है, जब गांव की रहने वाली अनीता सूर्यवंशी पत्नी गिरधर सूर्यवंशी पर उनके ही रिश्ते के भाई हिरेंद्र सूर्यवंशी ने धारदार हथियार से ताबड़तोड़ वार किए। पीड़िता के मुताबिक, उसने अपने हिस्से की जमीन बाजार मूल्य से कम दाम पर किसी अन्य को बेच दी थी। इस सौदे से हिरेंद्र नाराज था और वह लंबे समय से रंजिश पाल रहा था।
आरोप है कि इसी खुन्नस में आरोपी रात के अंधेरे में अनीता के घर में घुसा और टांगी से उस पर हमला कर दिया। घायलावस्था में अनीता की चीख-पुकार सुनकर पति गिरधर सूर्यवंशी दौड़े, लेकिन वे भी आरोपी को रोक नहीं पाए। हमले के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया।
गंभीर रूप से घायल अनीता को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे सिम्स बिलासपुर रेफर किया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, महिला की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है।
घटना का वीडियो घर के सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया है, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। वीडियो के आधार पर आरोपी की पहचान और घटनाक्रम की पुष्टि हो गई है।
इस बीच, नवागढ़ पुलिस ने आरोपी की तलाश तेज कर दी है और संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है, पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने अतिरिक्त बल तैनात किया है।
जांच अधिकारी का बयान:
नवागढ़ थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। शीघ्र गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है।
एक बार फिर पारिवारिक जमीन विवाद ने खून-खराबे का रूप ले लिया है। रिश्तों में जहर घोलने वाले जमीन सौदे अब समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। सवाल ये है कि आखिर कब तक जमीन के लिए खून बहता रहेगा?