जन सहयोग से ‘मिशन सिक्योर सिटी’ को मिली रफ्तार, पुलिसिंग में सुधार के दिए कड़े निर्देश
18 लाख की लागत से बना नव निर्मित बैरक उद्घाटित, CCTV लगाने वालों को किया गया सम्मानित

जन सहयोग से ‘मिशन सिक्योर सिटी’ को मिली रफ्तार, पुलिसिंग में सुधार के दिए कड़े निर्देश
18 लाख की लागत से बना नव निर्मित बैरक उद्घाटित, CCTV लगाने वालों को किया गया सम्मानित
IG डॉ. संजीव शुक्ला का शिवरीनारायण दौरा, पुलिसिंग में लापरवाही पर जताई नाराजगी
शिवरीनारायण : पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज डॉ. संजीव शुक्ला ने गुरुवार को थाना शिवरीनारायण का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने 18 लाख रुपए की लागत से नव निर्मित बैरक का उद्घाटन किया। यह बैरक विशेष रूप से शिवरीनारायण मेला ड्यूटी में आने वाले पुलिस बल के ठहराव हेतु निर्मित किया गया है।
निरीक्षण के दौरान आईजी ने थाने के गुंडा, निगरानी और माफिया रजिस्टरों की जांच की, जहां उन्होंने नियमित चेकिंग में लापरवाही पाए जाने पर थाना प्रभारी को फटकार लगाई और निर्देशित किया कि भविष्य में नियमित जांच सुनिश्चित की जाए।
CCTV कैमरा और सम्मान कार्यक्रम:
मिशन सिक्योर सिटी के तहत शिवरीनारायण क्षेत्र में जन सहयोग से लगाए गए CCTV कैमरों का भी उद्घाटन किया गया। इस सराहनीय पहल में योगदान देने वाले गणमान्य नागरिकों को प्रसस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर आईजी डॉ. शुक्ला ने कहा कि पुलिस और जनता के बीच सहयोग ही अपराध नियंत्रण का सबसे मजबूत आधार है।
पुलिस स्टाफ से चर्चा और दिशा-निर्देश:
थाने में पदस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों से व्यक्तिगत चर्चा कर बेहतर पुलिसिंग के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही निर्देशित किया गया कि थाने में आने वाले पीड़ितों और शिकायतकर्ताओं के साथ संवेदनशील और सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित किया जाए।
आईजी ने थाना क्षेत्र में जुआ, सट्टा और अवैध शराब के मामलों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने अपराधों पर नियंत्रण हेतु तत्काल और कड़े कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया।
SDOP कार्यालय चाम्पा का निरीक्षण:
इसके पश्चात पुलिस महानिरीक्षक ने अनुविभागीय अधिकारी पुलिस कार्यालय चाम्पा का निरीक्षण किया। वहां उन्होंने अपराध व मर्ग प्रकरणों की गहन समीक्षा की और एसडीओपी पदुमणि सिदार को गंभीर मामलों की निगरानी और कर्मचारियों की गुणवत्ता परखने के निर्देश दिए।
इस निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय (IPS), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप, तथा एसडीओपी यदुमणि सिदार उपस्थित रहे।
यह निरीक्षण न केवल कानून-व्यवस्था की समीक्षा का अवसर था, बल्कि पुलिसिंग व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही को मजबूत करने का संदेश भी। जनता की भागीदारी से अपराध पर लगाम और प्रशासनिक कुशलता दोनों के बेहतर उदाहरण सामने आए।