डीजीपी अरुण देव गौतम ने ली रेंज स्तरीय समीक्षा बैठक: कानून-व्यवस्था से लेकर पुलिसिंग सुधार तक हुए व्यापक मंथन
सुदृढ़ कानून व्यवस्था, प्रभावी पुलिसिंग और सामुदायिक भागीदारी पर फोकस

डीजीपी अरुण देव गौतम ने ली रेंज स्तरीय समीक्षा बैठक: कानून-व्यवस्था से लेकर पुलिसिंग सुधार तक हुए व्यापक मंथन
सुदृढ़ कानून व्यवस्था, प्रभावी पुलिसिंग और सामुदायिक भागीदारी पर फोकस
जांजगीर-चाम्पा। छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम द्वारा बिलासपुर रेंज के चार जिलों जांजगीर-चांपा, कोरबा, शक्ति एवं सारंगढ़-भिलाईगढ़ के पुलिस अधीक्षकों और राजपत्रित अधिकारियों की संयुक्त समीक्षा बैठक ली गई। बैठक का उद्देश्य बेहतर कानून व्यवस्था, अपराध नियंत्रण, विजिबल पुलिसिंग, एवं तकनीकी संसाधनों के अधिकतम उपयोग को लेकर दिशा-निर्देश देना था।
उपस्थित रहे वरिष्ठ अधिकारी
इस अहम बैठक में बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला (IPS), जांजगीर-चांपा पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय, कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी, शक्ति की एसपी अंकिता शर्मा एवं सारंगढ़-भिलाईगढ़ एसपी अंजनेय वार्ष्णेय सहित सभी जिले के राजपत्रित अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान सभी जिलों में कानून व्यवस्था, लंबित प्रकरणों की स्थिति और सामुदायिक पुलिसिंग के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई।

जांजगीर-चांपा एसपी ने रखा प्रजेंटेशन
पुलिस अधीक्षक जांजगीर विजय कुमार पाण्डेय द्वारा जिले में अपराध नियंत्रण, डिटेक्शन दर, विजिबल पुलिसिंग एवं ‘सामुदायिक पुलिसिंग’ जैसे क्षेत्रों में की गई पहलों का विस्तार से प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया गया। साथ ही जिले में संचालित “चेतना अभियान” को और प्रभावी बनाने तथा उसे संस्थागत करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी गई।
डीजीपी के प्रमुख निर्देश
पुलिस महानिदेशक ने बैठक के दौरान अधिकारियों को निम्न बिंदुओं पर निर्देशित किया:
सामुदायिक पुलिसिंग को संस्थागत रूप देना व “चेतना अभियान” को जनसहभागिता से जोड़ना।
NAFIS (फिंगरप्रिंट सिस्टम) के प्रयोग को बढ़ावा देना तथा इससे संबंधित प्रशिक्षण आयोजित करना।
बीट सिस्टम को और अधिक प्रभावी बनाना एवं पुलिस की जमीनी पकड़ को मजबूत करना।
CCTNS, E-साक्ष्य, E-समन जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म का विवेचना में प्रभावी उपयोग करना।
सभी राजपत्रित अधिकारियों को अपने अधीन थाना क्षेत्रों की घटनाओं पर त्वरित संज्ञान लेने और मौके पर पहुँचने हेतु स्पष्ट निर्देश।
लंबित मामलों की समयबद्ध मॉनिटरिंग कर त्वरित निराकरण सुनिश्चित करना।
पुलिस वेलफेयर की योजनाओं को शासन व मुख्यालय के अनुसार समयसीमा में लागू करना।
समीक्षा के साथ कार्य योजना पर भी हुई चर्चा
डीजीपी श्री गौतम ने अधिकारियों से जिला स्तर पर बनी कार्य योजनाओं की जानकारी ली और शासन तथा रेंज मुख्यालय से दिए गए निर्देशों के पालन की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने पुलिस बल की छवि को मजबूत करने, आमजन की समस्याओं को गंभीरता से सुनने एवं समय पर न्याय दिलाने को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।




